हैल्लो दोस्तो कैसे है आप ? उम्मीद करता हुँ आप सभी ही ठीक होंगे। पिछली पोस्ट में हमने Ledger Create बनाना सिखा था। आज हम Tally
Prime में वाउचर के
बारे मे जानेगें और कैसे इसे बनायेगें इत्यादि सिखेंगे। लेकिन उससे पहले हम ये जानेगें। कि Voucher क्या हैं।
*Voucher
प्रमाणक का अर्थ (Meaning Of Voucher)
जब भी हम किसी दुकान से कोई वस्तु खरीदते हैं तो दुकानदार साधारणतया हमें नकद
पत्र (Cash Memo), साख पत्र (Credit Memo), बिल
( Bill) अथवा बीजक (Invoice) देता है। हमारे लिए इन पत्रों का शायद कोई विशेष
महत्त्व न हो परन्तु व्यवसायी के लिए इनका विशेष महत्त्व है। उसे अपने माल एंव
सेवाओं की पूर्तिकर्त्ता (Suppliers) से ऐसे पत्र प्राप्त होते हैं तथा वह इन्हें उनको देता है जिनको माल एंव
सेवाओं की पूर्ति करता है। बाहर के लोगों से
प्राप्त पत्र तथा दूसरों को दस्तावेजी प्रमाण (Documentary Proof) हैं। इन दस्तावेजों के माध्यम से लेखाकार (Accountant) लेखा
करता है।
**Accounting vouchers
The
documents supporting business transactions are called Vouchers. |
लेन-देनों
के लेखा करने की समस्त प्रक्रिया इन प्रमाणकों पर निर्भर करती है। प्रमाणक व्यावसायिक
लेन-देनों के घटित होने का लिखित प्रमाण हैं।
प्रमाणकों के प्रकार (Types
Of Financial Accounting Vouchers)
प्रमाणक
दो प्रकार को होते हैं : (क) लेखांकन सहायक प्रमाणक एंव(ख) लेखांकन प्रमाणक।
(क) लेखांकन सहायक प्रमाणक (Supporting Accounting Vouchers)
·
जो
प्रमाणक व्यावसायिक लेन-देनों की पुष्टि करते हैं लेखांकन सहायक प्रमाणक कहलाते
हैं। मकान मालिक से प्राप्त किराये की रसीद, माल विक्रेता से प्राप्त नकद पत्र या
साखपत्र (Cash Memo or Credit Memo obtained from the seller),
बैंक की जमा पर्ची की प्रतिरूप (Counterfoil of pay -in- slip) सभी
सहायक प्रमाणकों के उदाहरण हैं।
(ख) लेखांकन प्रमाणक (Accounting Vouchers)
·
लेखांकन
प्रमाणक सहायक प्रमाणकों के आधार पर लेखाकार द्वारा तैयार वह दस्तावेज हैं, जिसमें
लेखांकन एंव अभिलेखन (Accounting and Recording) के उद्देश्य से व्यावसायिक लेन-देन का विश्लेषण लिखा
जाता है। इन पर किसी अधिकृत व्यक्ति
(Authorized Person) के
हस्ताक्षर हैं।
*Tally
Prime Voucher Entry (टैली प्राइम वाउचर प्रविष्टि)
लेखा
प्रमाणक वह प्राथमिक दस्तावेज है जिसमें लेन-देन का पूरा ब्योरा दर्ज किया जाता
है, जैसे –
(i)
कर्मचारियों के वेतन का
भुगतान (ii) बैंक
खातों से नकद की निकासी ।
पारम्परिक
लेखा विधि के अनुसार लेन-देनों के सभी लेखों का प्रवेश जर्नल वाउचर में किया जाता था
। वास्तव में पुराने दिनों में लोग सभी लेन-देन चाहे वह नकदी हो या गैर-नकदी को
प्रविष्ट करने के लिए एक ही पुस्तक का प्रयोग करते थे जिसे जर्नल कहा जाता
है। इन दिनों लेन-देन प्रमाणकों को निम्न प्रकार से विभाजित किया गया है। यह
विभाजन विभिन्न प्रकार के व्यापार को ध्यान में रखकर किया जाता है :
Ø Receipt (प्राप्ति) – इस वाउचर का
प्रयोग नकद, चेक, बैंक स्थानान्तरण आदि द्वारा प्राप्ति के रिकार्ड को दर्ज करने
के लिए किया जाता है।
Ø Payment (भुगतान) - वाउचर का प्रयोग
नकद, चेक, बैंक स्थानान्तरण आदि द्वारा भुगतान के रिकार्ड को दर्ज करने के लिए किया
जाता है।
Ø Journal (जर्नल)
– सभी गैर-नकदी लेन-देन (सभी लेन-देन जिसमें बैंक अथवा नकद शामिल नहीं हैं) को दर्ज
करने के लिए किया जाता है।
Ø Contra (कान्टरा)
– यह नकदी और बैंक खातों के बीच धन के हस्तांतरण को दर्ज करने के लिए प्रयोग किया जाता
है।
1.
The Main Voucher Entry, 2. Button Bar तथा 3. Calculator |
नमस्कार दोस्तों आशा करता हुँ। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। यदि आप को पोस्ट में किसी भी जानकारी में Voucher को समझने में परेशानी हो रही है। तो आप मुझे Comment
Box में पूछ सकते है। में आप की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता हुँ। और दोस्तों यदि आप इसी तरह Accounting
और Tally
Prime से सम्बंधित पोस्ट निरंतर प्राप्त करना चाहते है। तो आप मेरे ब्लॉग को Follow
or Share कर सकते हैं।
आपका दोस्त एंव सहायक
चेतन
🙏धन्यबाद...🙏
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